भारत में गोल्ड लोन की मांग बढ़ने के शीर्ष कारण | Top Reasons For Rising In Gold Demand In Hindi

By | August 8, 2019

Top Reasons For Rising In Gold Demand In Hindi

गोल्ड लोन लेना आजकल एक सामान्य बात बन रही हैं। लोगो के द्वारा गोल्ड को गिरवी रखकर लोन लेने की प्रक्रिया प्राचीन दिनों से चलती आ रही हैं। कुछ दशक पहले गोल्ड लोन पर उच्च लागत 30% – 50% के आसपास थी। लेकिन अब गोल्ड लोन में (बैंक और NBFCS) द्वारा प्रति वर्ष 15% – 25% की दर से ऋण देते हैं।

बैंक से लोन लेने का सबसे आसान तरीका गोल्ड लोन है। ऐसा इसलिए है क्योंकि गोल्ड एक सुरक्षित संपत्ति है, इस लोन के लिए हमें कोई सिफारिश की आवश्यकता नहीं पड़ती हैं। होम लोन या पर्सनल लोन लेने के लिए हमें अपने दस्तावेज जैसे- आय प्रमाण पत्र, बैंक स्टेटमेंट और इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) दिखाना होता हैं। Top Reasons For Rising In Gold Demand In Hindi

गोल्ड लोन के बारे में एक अच्छी बात यह है कि इसका उपयोग किसी भी कार्य के लिए किया जा सकता है। इसलिए लोग गोल्ड लोन लेना अधिक पसंद करते हैं।

लोगो के दिमाग में सबसे महत्वपूर्ण प्रश्न है – परिसंपत्ति मूल्य का कितना वित्त पोषण किया जा सकता है| हमें बैंक 75% सोने के मूल्य मानकर ऋण देता हैं। लेकिन एनबीएफसी 90 % तक ऋण देते हैं।

आपकी सुविधा के अनुसार, गोल्ड लोन को कई तरीकों से वापस चुकाया जा सकता है। आप ऋण को जितनी जल्दी हो सके चुका सकते हो। गोल्ड लोन लेने के अगले दिन भी चुकाया जा सकता है।

एक व्यक्ति प्रति माह 3,000 रुपये से कम सोने के लिए ऋण ले सकता हैं। गोल्ड लोन में क्रेडिट स्कोर नहीं देखा जाता हैं इसलिए लोग क्रेडिट कार्ड की तुलना में गोल्ड लोन का अधिक चुनाव कर रहे हैं।

इस ऋण के लिए आईडी और एड्रेस प्रूफ जैसे पहचान दस्तावेज आवश्यक हैं, दस्तावेज पुरे होने पर कोई भी गोल्ड लोन के लिए आवेदन कर सकता है।
गोल्ड लोन की ब्याज दर पर आपके क्रेडिट स्कोर का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। आप बिना क्रेडिट स्कोर के गोल्ड लोन ले सकते हैं। गोल्ड लोन में क्रेडिट स्कोर कोई मायने नहीं रखता हैं।

इस लोन में सोना ऋणदाता के पास सुरक्षित रहता हैं। आज, लगभग 30% – 40% गोल्ड लोन मार्केट पर NBFC का कब्जा हैं।

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